सिमडेगा के कारीगरों को ट्रेनिंग दिलाते हुए करीगरों को करे प्रोत्साहित

सिमडेगा:- उपायुक्त सिमडेगा आर. रॉनीटा की अध्यक्षता में शुक्रवार को जिला स्तरीय निर्यात प्रोत्साहन समिति की बैठक का आयोजना हुआ। उद्योग विभाग, लघु कुटीर उद्योग, एनटीएफपी सहित जेएसएलपीएस के कार्यों की समीक्षा की साथ हीं धरातल पर क्रियान्वयन की दिशा में कार्यों की रूप-रेखा के बारे में जानकारी प्राप्त की। बम्बुक्राफ्ट, हैण्डलुम, मिट्टी कला, बुनकर सहित ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बेहतर बनाने की दिशा में वनो उत्पादित सामग्रियों के बेहतर निर्यात की व्यवस्था व अन्य कार्यप्रणाली के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त की। उन्होने जिला नियोजन पदाधिकारी से समन्वय स्थापित करते हुए किस-किस जगहों पर बम्बु क्राफ्ट का ट्रेनिंग होना है से संबंधित सूची प्राप्त कर ट्रेनिंग दिलाने को कहा। कला के करीगरों को प्रोत्साहित करने की बात कही। माहवार पलास मार्ट के संचालन की जानकारी प्राप्त की। उन्होने कहा कि पलास मार्ट का बेहतर तरीके से संचलान करें। उन्होने मशरूम उत्पादन के बारे में भी जानना चाहा, वहीं जिले मे ईमली की उत्पादकता शक्ति को देखते हुये स्थानीय लोगों को उसकी अच्छी आमदनी मिले, इस दिशा में जिला एवं राज्यों के साथ-साथ ऑनलाईन मार्केट सुविधा से भी बिक्रय कराने की व्यवस्था को चुस्त एवं दुरूस्त करने की बात कही। उत्पादित सामग्रियों के बिक्रय हेतु मार्केट की व्यवस्था को बेहतर करने को कहा। 37 टन उत्पादित मड़ुआ संग्रह किया जा चुका है। उपायुक्त ने प्रोजेक्ट के सफल क्रियान्वयन की दिशा में किये जाने वाले कार्यप्रणाली का सफल क्रियान्वयन सुनिश्चित करने की बात कही। उपायुक्त ने जिले के वनो उत्पादित सामग्रियों की जानकारी प्राप्त की। महुआ, डोरी, करंज, जामुन, लाह, बीज, मशरूम, पत्ते, चिरौंजी इत्यादि के बारे में जाना। उन्होने ग्रामीण आय और बाजारों के लिए वस्तुओं के रूप में उत्पादन करने की क्षमता के बारे में जाना। लाह उत्पादन की समीक्षा के क्रम में सामग्री निर्माण के नये-नये तकनीक से जोड़ने की बात कही। उन्होने प्लान बनाकर डाटा सीट समर्पित करने का निर्देश दिया। उन्होने आगामी बैठक में कार्य के विरूद्ध प्रगति लाने का निर्देश दिया। इसके अलावे अन्य महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दियें। बैठक में डीपीएम जेएसएलपीएस, ईओडीबी मैनेजर, मुख्यमंत्री लघु कटीर उद्योग जिला समन्वयक व अन्य उपस्थित थें।